महाभारतम् — 14.56.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच स तम् दृष्ट्वा तथाभूतम् राजानम् घोर-दर्शनम् दीर्घ-श्मश्रु-धरम् नॄणाम् शोणितेन समुक्षितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| तथाभूतम् | तथाभूत | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| घोर | घोर | pos=a,comp=y |
| दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दीर्घ | दीर्घ | pos=a,comp=y |
| श्मश्रु | श्मश्रु | pos=n,comp=y |
| धरम् | धर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| नॄणाम् | नृ | pos=n,g=,c=6,n=p |
| शोणितेन | शोणित | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| समुक्षितम् | समुक्ष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |