महाभारतम् — 14.57.17
Original
Segmented
गृहीत्वा कुण्डले दिव्ये गुरु-पत्न्याः प्रियंकरः जवेन महता प्रायाद् गौतमस्य आश्रमम् प्रति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
| कुण्डले | कुण्डल | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| दिव्ये | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=d |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| पत्न्याः | पत्नी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| प्रियंकरः | प्रियंकर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| जवेन | जव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| प्रायाद् | प्रया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| गौतमस्य | गौतम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| आश्रमम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रति | प्रति | pos=i |