महाभारतम् — 14.59.36
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच शृण्वताम् तु महा-राज कथाम् ताम् रोम-हर्षणीम् दुःख-हर्ष-परिक्लेशाः वृष्णीनाम् अभवन् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शृण्वताम् | श्रु | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कथाम् | कथा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| रोम | रोमन् | pos=n,comp=y |
| हर्षणीम् | हर्षण | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| हर्ष | हर्ष | pos=n,comp=y |
| परिक्लेशाः | परिक्लेश | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वृष्णीनाम् | वृष्णि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अभवन् | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |