महाभारतम् — 14.61.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एतत् श्रुत्वा तु पुत्रस्य वचः शूर-आत्मजः तदा विहाय शोकम् धर्म-आत्मा ददौ श्राद्धम् अनुत्तमम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शूर | शूर | pos=n,comp=y |
| आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| विहाय | विहा | pos=vi |
| शोकम् | शोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ददौ | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| श्राद्धम् | श्राद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुत्तमम् | अनुत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |