महाभारतम् — 14.63.4
Original
Segmented
जय-आशिषः प्रहृष्टानाम् नराणाम् पथि पाण्डवः प्रत्यगृह्णाद् यथान्यायम् यथावत् पुरुष-ऋषभः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जय | जय | pos=n,comp=y |
| आशिषः | आशिस् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| प्रहृष्टानाम् | प्रहृष् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| नराणाम् | नर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| पथि | पथिन् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| पाण्डवः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रत्यगृह्णाद् | प्रतिग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
| यथावत् | यथावत् | pos=i |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
| ऋषभः | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |