महाभारतम् — 14.71.14
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच इति उक्तवान् स तु राज-इन्द्र कृष्णद्वैपायनो ऽब्रवीत् भीमसेनाद् अवरजः श्रेष्ठः सर्व-धनुष्मताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कृष्णद्वैपायनो | कृष्णद्वैपायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भीमसेनाद् | भीमसेन | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अवरजः | अवरज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रेष्ठः | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| धनुष्मताम् | धनुष्मत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |