महाभारतम् — 14.72.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच दीक्षा-काले तु सम्प्राप्ते ततस् ते सु महा-ऋत्विजः विधिवद् दीक्षयामासुः अश्वमेधाय पार्थिवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दीक्षा | दीक्षा | pos=n,comp=y |
| काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| सम्प्राप्ते | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| ऋत्विजः | ऋत्विज् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विधिवद् | विधिवत् | pos=i |
| दीक्षयामासुः | दीक्षय् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| अश्वमेधाय | अश्वमेध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| पार्थिवम् | पार्थिव | pos=n,g=m,c=2,n=s |