महाभारतम् — 14.75.6
Original
Segmented
संप्रेष्यमाणो नाग-इन्द्रः वज्रदत्तेन धीमता उत्पतिष्यन्न् इव आकाशम् अभिदुद्राव पाण्डवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संप्रेष्यमाणो | संप्रेषय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| नाग | नाग | pos=n,comp=y |
| इन्द्रः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वज्रदत्तेन | वज्रदत्त | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| धीमता | धीमत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| उत्पतिष्यन्न् | उत्पत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| आकाशम् | आकाश | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अभिदुद्राव | अभिद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |