महाभारतम् — 14.77.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ततो गाण्डीव-भृत् शूरः युद्धाय समवस्थितः विबभौ युधि दुर्धर्षो हिमवान् अचलो यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततो | ततस् | pos=i |
| गाण्डीव | गाण्डीव | pos=n,comp=y |
| भृत् | भृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| शूरः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| युद्धाय | युद्ध | pos=n,g=n,c=4,n=s |
| समवस्थितः | समवस्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| विबभौ | विभा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| युधि | युध् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| दुर्धर्षो | दुर्धर्ष | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हिमवान् | हिमवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अचलो | अचल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |