महाभारतम् — 14.77.41
Original
Segmented
इति उक्त्वा बहु सान्त्व-आदि प्रसादम् अकरोत् जयः परिष्वज्य च ताम् प्रीतो विससर्ज गृहान् प्रति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| सान्त्व | सान्त्व | pos=n,comp=y |
| आदि | आदि | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रसादम् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| जयः | जय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिष्वज्य | परिष्वज् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| विससर्ज | विसृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गृहान् | गृह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रति | प्रति | pos=i |