महाभारतम् — 14.78.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच श्रुत्वा तु नृपतिः वीरम् पितरम् बभ्रुवाहनः निर्ययौ विनयेन आर्यः ब्राह्मण-अर्घ्य-पुरःसरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| नृपतिः | नृपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वीरम् | वीर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पितरम् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| बभ्रुवाहनः | बभ्रुवाहन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निर्ययौ | निर्या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विनयेन | विनय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| आर्यः | आर्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,comp=y |
| अर्घ्य | अर्घ्य | pos=n,comp=y |
| पुरःसरः | पुरःसर | pos=a,g=m,c=1,n=s |