महाभारतम् — 14.8.1
Original
Segmented
संवर्त उवाच गिरेः हिमवतः पृष्ठे मुञ्जवन्त् नाम पर्वतः तप्यते यत्र भगवान् तपः नित्यम् उमापतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संवर्त | संवर्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गिरेः | गिरि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| हिमवतः | हिमवन्त् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पृष्ठे | पृष्ठ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| मुञ्जवन्त् | मुञ्जवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नाम | नाम | pos=i |
| पर्वतः | पर्वत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तप्यते | तप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| भगवान् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| उमापतिः | उमापति | pos=n,g=m,c=1,n=s |