महाभारतम् — 14.8.31
Original
Segmented
एवम् कृत्वा नमः तस्मै महादेवाय रंहसे महात्मने क्षितिपते तत् सुवर्णम् अवाप्स्यसि सुवर्णम् आहरिष्यन्तः तत्र गच्छन्तु ते नराः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| नमः | नमस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| महादेवाय | महादेव | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| रंहसे | रंहस् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| महात्मने | महात्मन् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| क्षितिपते | क्षितिपति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सुवर्णम् | सुवर्ण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| सुवर्णम् | सुवर्ण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आहरिष्यन्तः | आहृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| गच्छन्तु | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| नराः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |