महाभारतम् — 14.8.33
Original
Segmented
बृहस्पतिः तु ताम् श्रुत्वा मरुत्तस्य महीपतेः समृद्धिम् अति देवेभ्यः संतापम् अकरोद् भृशम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बृहस्पतिः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| मरुत्तस्य | मरुत्त | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| महीपतेः | महीपति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समृद्धिम् | समृद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अति | अति | pos=i |
| देवेभ्यः | देव | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| संतापम् | संताप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अकरोद् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |