महाभारतम् — 14.81.15
Original
Segmented
अनाहता दुन्दुभयः प्रणेदुः मेघ-निस्वनाः साधु साधु इति च आकाशे बभूव सु महान् स्वनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनाहता | अनाहत | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| दुन्दुभयः | दुन्दुभि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रणेदुः | प्रणद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| मेघ | मेघ | pos=n,comp=y |
| निस्वनाः | निस्वन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| आकाशे | आकाश | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सु | सु | pos=i |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| स्वनः | स्वन | pos=n,g=m,c=1,n=s |