महाभारतम् — 14.82.15
Original
Segmented
तद् अनेन अभिषङ्गेन वयम् अपि अर्जुनम् शुभे शापेन योजयाम इति तथा अस्तु इति च सा अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अभिषङ्गेन | अभिषङ्ग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| अर्जुनम् | अर्जुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| शुभे | शुभ | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| शापेन | शाप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| योजयाम | योजय् | pos=v,p=1,n=p,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| तथा | तथा | pos=i |
| अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |