महाभारतम् — 14.82.3
Original
Segmented
कच्चित् ते पृथुल-श्रोणि न अप्रियम् शुभ-दर्शने अकार्षम् अहम् अज्ञानाद् अयम् वा बभ्रुवाहनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| पृथुल | पृथुल | pos=a,comp=y |
| श्रोणि | श्रोणी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| अप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
| दर्शने | दर्शन | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| अकार्षम् | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अज्ञानाद् | अज्ञान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| बभ्रुवाहनः | बभ्रुवाहन | pos=n,g=m,c=1,n=s |