महाभारतम् — 14.86.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच इति उक्त्वा अनुययौ पार्थो हयम् तम् काम-चारिणम् न्यवर्तत ततो वाजी येन नागाह्वयम् पुरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| अनुययौ | अनुया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पार्थो | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हयम् | हय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| काम | काम | pos=n,comp=y |
| चारिणम् | चारिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| न्यवर्तत | निवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| ततो | ततस् | pos=i |
| वाजी | वाजिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| येन | येन | pos=i |
| नागाह्वयम् | नागाह्वय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=1,n=s |