महाभारतम् — 14.86.3
Original
Segmented
विजयस्य च तत् कर्म गान्धार-विषये तदा श्रुत्वा अन्येषु च देशेषु स सु प्रीतः अभवत् नृपः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विजयस्य | विजय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गान्धार | गान्धार | pos=n,comp=y |
| विषये | विषय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| अन्येषु | अन्य | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| देशेषु | देश | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| स | स | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| प्रीतः | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| नृपः | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |