महाभारतम् — 14.87.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तस्मिन् यज्ञे प्रवृत्ते तु वाग्मिनो हेतुवादिनः हेतुवादान् बहून् प्राहुः परस्पर-जिगीषवः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| प्रवृत्ते | प्रवृत् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| वाग्मिनो | वाग्मिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| हेतुवादिनः | हेतुवादिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हेतुवादान् | हेतुवाद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| बहून् | बहु | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| प्राहुः | प्राह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| परस्पर | परस्पर | pos=n,comp=y |
| जिगीषवः | जिगीषु | pos=a,g=m,c=1,n=p |