महाभारतम् — 14.9.13
Original
Segmented
मरुत्त उवाच कच्चित् श्रीमान् देवराजः सुखी च कच्चित् च अस्मान् प्रीयते धूमकेतो कच्चिद् देवाः च अस्य वशे यथावत् तद् ब्रूहि त्वम् मम कार्त्स्न्येन देव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मरुत्त | मरुत्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| देवराजः | देवराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सुखी | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अस्मान् | मद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रीयते | प्री | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| धूमकेतो | धूमकेतु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
| देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वशे | वश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| यथावत् | यथावत् | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कार्त्स्न्येन | कार्त्स्न्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| देव | देव | pos=n,g=m,c=8,n=s |