महाभारतम् — 14.93.45
Original
Segmented
पितॄन् त्राणात् तारयति पुत्र इति अनुशुश्रुम पुत्र-पौत्रैः च नियतम् साधु-लोकान् उपाश्नुते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पितॄन् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| त्राणात् | त्राण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| तारयति | तारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| अनुशुश्रुम | अनुश्रु | pos=v,p=1,n=p,l=lit |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| पौत्रैः | पौत्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| नियतम् | नियम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| साधु | साधु | pos=a,comp=y |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उपाश्नुते | उपाश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |