महाभारतम् — 14.93.47
Original
Segmented
कथम् सक्तून् ग्रहीष्यामि भूत्वा धर्म-उपघातकः कल्याण-वृत्ते कल्याणि न एवम् त्वम् वक्तुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कथम् | कथम् | pos=i |
| सक्तून् | सक्तु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| ग्रहीष्यामि | ग्रह् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| उपघातकः | उपघातक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कल्याण | कल्याण | pos=a,comp=y |
| वृत्ते | वृत्त | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| कल्याणि | कल्याण | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| वक्तुम् | वच् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |