महाभारतम् — 15.10.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच व्यवहाराः च ते तात नित्यम् आप्तैः अधिष्ठिताः युज् तुष्टैः हितै राजन् नित्यम् चारैः अनुष्ठिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| व्यवहाराः | व्यवहार | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| आप्तैः | आप्त | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अधिष्ठिताः | अधिष्ठा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| युज् | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| तुष्टैः | तुष् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| हितै | हित | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| चारैः | चार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अनुष्ठिताः | अनुष्ठा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |