महाभारतम् — 15.12.2
Original
Segmented
राज-इन्द्र पर्युपासीथाः छित्त्वा द्वैविध्यम् आत्मनः तुष्ट-पुः-बलः शत्रुः आत्मवान् इति च स्मरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पर्युपासीथाः | पर्युपास् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
| छित्त्वा | छिद् | pos=vi |
| द्वैविध्यम् | द्वैविध्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तुष्ट | तुष् | pos=va,comp=y,f=part |
| पुः | पुष् | pos=va,comp=y,f=part |
| बलः | बल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शत्रुः | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आत्मवान् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| स्मरेत् | स्मृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |