महाभारतम् — 15.13.10
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच इति उक्त्वा धर्मराजाय प्रेषयामास पार्थिवः स च तद्-वचनात् सर्वम् समानिन्ये महीपतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| धर्मराजाय | धर्मराज | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| प्रेषयामास | प्रेषय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पार्थिवः | पार्थिव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| वचनात् | वचन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| समानिन्ये | समानी | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| महीपतिः | महीपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |