महाभारतम् — 15.16.12
Original
Segmented
प्राप्स्यते च भवान् पुण्यम् धर्मे च परमाम् स्थितिम् वेद पुण्यम् च कार्त्स्न्येन सम्यग् भरत-सत्तम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्राप्स्यते | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| च | च | pos=i |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| परमाम् | परम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| स्थितिम् | स्थिति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| कार्त्स्न्येन | कार्त्स्न्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |