महाभारतम् — 15.17.21
Original
Segmented
यत्र त्रयोदश समा वने वन्येन जीवसि न तदा त्वा पिता ज्येष्ठः पितृ-त्वेन अभिवीक्षते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत्र | यत्र | pos=i |
| त्रयोदश | त्रयोदशन् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| समा | समा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वन्येन | वन्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| जीवसि | जीव् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| तदा | तदा | pos=i |
| त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ज्येष्ठः | ज्येष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
| त्वेन | त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अभिवीक्षते | अभिवीक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |