महाभारतम् — 15.22.18
Original
Segmented
स मुहूर्तम् इव ध्यात्वा धर्मपुत्रो युधिष्ठिरः उवाच मातरम् दीनः चिन्ता-शोक-परायणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| ध्यात्वा | ध्या | pos=vi |
| धर्मपुत्रो | धर्मपुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मातरम् | मातृ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दीनः | दीन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| चिन्ता | चिन्ता | pos=n,comp=y |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| परायणः | परायण | pos=n,g=m,c=1,n=s |