महाभारतम् — 15.22.32
Original
Segmented
अन्वयुः पाण्डवाः ताम् तु स भृत्य-अन्तःपुराः तदा ततः प्रमृज्य स अश्रूणि पुत्रान् वचनम् अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अन्वयुः | अनुया | pos=v,p=3,n=p,l=lun |
| पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| स | स | pos=i |
| भृत्य | भृत्य | pos=n,comp=y |
| अन्तःपुराः | अन्तःपुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तदा | तदा | pos=i |
| ततः | ततस् | pos=i |
| प्रमृज्य | प्रमृज् | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| अश्रूणि | अश्रु | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| पुत्रान् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |