महाभारतम् — 15.23.20
Original
Segmented
श्वश्रू-श्वशुरयोः कृत्वा शुश्रूषाम् वन-वासिन् तपसा शोषयिष्यामि युधिष्ठिर कलेवरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्वश्रू | श्वश्रू | pos=n,comp=y |
| श्वशुरयोः | श्वशुर | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| शुश्रूषाम् | शुश्रूषा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वन | वन | pos=n,comp=y |
| वासिन् | वासिन् | pos=a,g=m,c=6,n=d |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| शोषयिष्यामि | शोषय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कलेवरम् | कलेवर | pos=n,g=n,c=2,n=s |