महाभारतम् — 15.26.15
Original
Segmented
द्वैपायन-प्रसादात् च त्वम् अपि इदम् तपः-वनम् राजन्न् अवाप्य दुष्प्रापाम् सिद्धिम् अग्र्याम् गमिष्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्वैपायन | द्वैपायन | pos=n,comp=y |
| प्रसादात् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तपः | तपस् | pos=n,comp=y |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अवाप्य | अवाप् | pos=vi |
| दुष्प्रापाम् | दुष्प्राप | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अग्र्याम् | अग्र्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| गमिष्यसि | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |