महाभारतम् — 15.27.16
Original
Segmented
एवम् कथाभिः अन्वास्य धृतराष्ट्रम् मनीषिणः विप्रजग्मुः यथाकामम् ते सिद्ध-गतिम् आस्थिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| कथाभिः | कथा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| अन्वास्य | अन्वास् | pos=vi |
| धृतराष्ट्रम् | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मनीषिणः | मनीषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| विप्रजग्मुः | विप्रगम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| यथाकामम् | यथाकाम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सिद्ध | सिद्ध | pos=n,comp=y |
| गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| आस्थिताः | आस्था | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |