महाभारतम् — 15.29.12
Original
Segmented
प्रासाद-हर्म्य-संवृद्धाम् अत्यन्त-सुख-भागिनीम् कदा नु जननीम् श्रान्ताम् द्रक्ष्यामि भृश-दुःखिताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रासाद | प्रासाद | pos=n,comp=y |
| हर्म्य | हर्म्य | pos=n,comp=y |
| संवृद्धाम् | संवृध् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| अत्यन्त | अत्यन्त | pos=a,comp=y |
| सुख | सुख | pos=n,comp=y |
| भागिनीम् | भागिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| कदा | कदा | pos=i |
| नु | नु | pos=i |
| जननीम् | जननी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| श्रान्ताम् | श्रम् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| द्रक्ष्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| भृश | भृश | pos=a,comp=y |
| दुःखिताम् | दुःखित | pos=a,g=f,c=2,n=s |