महाभारतम् — 15.3.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच स राजा सु महा-तेजाः वृद्धः कुरु-कुल-उद्वहः न अपश्यत तदा किंचिद् अप्रियम् पाण्डु-नन्दने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| तेजाः | तेजस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वृद्धः | वृद्ध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| कुल | कुल | pos=n,comp=y |
| उद्वहः | उद्वह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अपश्यत | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
| नन्दने | नन्दन | pos=n,g=m,c=7,n=s |