महाभारतम् — 15.3.4
Original
Segmented
प्रियाणि एव तु कौरव्यो न अप्रियाणि कुरु-उद्वह वैचित्रवीर्ये नृपतौ समाचरति नित्यदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रियाणि | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| एव | एव | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| कौरव्यो | कौरव्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अप्रियाणि | अप्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| उद्वह | उद्वह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| वैचित्रवीर्ये | वैचित्रवीर्य | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| नृपतौ | नृपति | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| समाचरति | समाचर् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| नित्यदा | नित्यदा | pos=i |