महाभारतम् — 15.35.23
Original
Segmented
त्वाम् च अपि श्रेयसा योक्ष्ये नचिराद् भरत-ऋषभ संशय-छेदन-अर्थम् हि प्राप्तम् माम् विद्धि पुत्रक
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| श्रेयसा | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| योक्ष्ये | युज् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| नचिराद् | नचिरात् | pos=i |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| संशय | संशय | pos=n,comp=y |
| छेदन | छेदन | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पुत्रक | पुत्रक | pos=n,g=m,c=8,n=s |