महाभारतम् — 15.35.4
Original
Segmented
कच्चिद् बुद्धिम् दृढाम् कृत्वा चरसि आरण्यकम् विधिम् कच्चिद् वधूः च गान्धारी न शोकेन अभिभूयते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
| बुद्धिम् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दृढाम् | दृढ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| चरसि | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| आरण्यकम् | आरण्यक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| विधिम् | विधि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
| वधूः | वधू | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| गान्धारी | गान्धारी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| शोकेन | शोक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अभिभूयते | अभिभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |