महाभारतम् — 15.35.7
Original
Segmented
कच्चिद् धर्मसुतो राजा त्वया प्रीत्या अभिनन्दितः भीम-अर्जुन-यमाः च एव कच्चिद् एते ऽपि सान्त्विताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
| धर्मसुतो | धर्मसुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| प्रीत्या | प्रीति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| अभिनन्दितः | अभिनन्द् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भीम | भीम | pos=n,comp=y |
| अर्जुन | अर्जुन | pos=n,comp=y |
| यमाः | यम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
| एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| सान्त्विताः | सान्त्वय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |