महाभारतम् — 15.36.26
Original
Segmented
किम् तु तस्य सु दुर्बुद्धेः मन्दस्य अपनयैः भृशम् दूयते मे मनो नित्यम् स्मरतः पुत्र-गृद्धिनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| किम् | किम् | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| दुर्बुद्धेः | दुर्बुद्धि | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| मन्दस्य | मन्द | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| अपनयैः | अपनय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| दूयते | दु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| स्मरतः | स्मृ | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| गृद्धिनः | गृद्धिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |