महाभारतम् — 15.38.22
Original
Segmented
मनुष्य-धर्मः दैवेन धर्मेण न हि युज्यते इति कुन्ति व्यजानीहि व्येतु ते मानसो ज्वरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मनुष्य | मनुष्य | pos=n,comp=y |
| धर्मः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दैवेन | दैव | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| युज्यते | युज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| इति | इति | pos=i |
| कुन्ति | कुन्ती | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| व्यजानीहि | विज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| व्येतु | वी | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मानसो | मानस | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ज्वरः | ज्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |