महाभारतम् — 15.39.16
Original
Segmented
एवम् एते महा-प्राज्ञे देवा मानुष्यम् एत्य हि ततः पुनः गताः स्वर्गम् कृते कर्मणि शोभने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| प्राज्ञे | प्राज्ञ | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| मानुष्यम् | मानुष्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एत्य | ए | pos=vi |
| हि | हि | pos=i |
| ततः | ततस् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृते | कृ | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| कर्मणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| शोभने | शोभन | pos=a,g=f,c=8,n=s |