महाभारतम् — 15.39.19
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच इति व्यासस्य वचनम् श्रुत्वा सर्वो जनः तदा महता सिंहनादेन गङ्गाम् अभिमुखो ययौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| व्यासस्य | व्यास | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| सर्वो | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| सिंहनादेन | सिंहनाद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| गङ्गाम् | गङ्गा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अभिमुखो | अभिमुख | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ययौ | या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |