महाभारतम् — 15.43.12
Original
Segmented
आस्तीक उवाच ऋषिः द्वैपायनो यत्र पुराणः तपसः निधिः यज्ञे कुरु-कुल-श्रेष्ठ तस्य लोकौ उभौ जितौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आस्तीक | आस्तीक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| द्वैपायनो | द्वैपायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| पुराणः | पुराण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तपसः | तपस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| निधिः | निधि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| कुल | कुल | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| लोकौ | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| जितौ | जि | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |