महाभारतम् — 15.43.17
Original
Segmented
सूत उवाच एतत् श्रुत्वा द्विजश्रेष्ठात् स राजा जनमेजयः पूजयामास तम् ऋषिम् अनुमान्य पुनः पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सूत | सूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| द्विजश्रेष्ठात् | द्विजश्रेष्ठ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जनमेजयः | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पूजयामास | पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुमान्य | अनुमानय् | pos=vi |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |