महाभारतम् — 15.45.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच द्वि-वर्ष-उपनिवृत्तेषु पाण्डवेषु यदृच्छया देव-ऋषिः नारदो राजन्न् आजगाम युधिष्ठिरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| द्वि | द्वि | pos=n,comp=y |
| वर्ष | वर्ष | pos=n,comp=y |
| उपनिवृत्तेषु | उपनिवृत् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| पाण्डवेषु | पाण्डव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| यदृच्छया | यदृच्छा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नारदो | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| आजगाम | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| युधिष्ठिरम् | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=2,n=s |