महाभारतम् — 15.46.5
Original
Segmented
सूत-मागध-संघैः च शयानो यः प्रबोध्यते धरण्याम् स नृपः शेते पापस्य मम कर्मभिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सूत | सूत | pos=n,comp=y |
| मागध | मागध | pos=n,comp=y |
| संघैः | संघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| शयानो | शी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रबोध्यते | प्रबोधय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| धरण्याम् | धरणी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नृपः | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शेते | शी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पापस्य | पाप | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |