महाभारतम् — 15.47.3
Original
Segmented
याजकास् तु ततस् तस्य तान् अग्नीन् निर्जने वने समुत्सृज्य यथाकामम् जग्मुः भरत-सत्तम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| याजकास् | याजक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अग्नीन् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| निर्जने | निर्जन | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| समुत्सृज्य | समुत्सृज् | pos=vi |
| यथाकामम् | यथाकाम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| जग्मुः | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |