महाभारतम् — 16.1.9
Original
Segmented
परस्परम् समासाद्य ब्रह्मदण्ड-बलात्कृतान् वृष्णीन् विनष्टान् ते श्रुत्वा व्यथिताः पाण्डवाः अभवन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
| ब्रह्मदण्ड | ब्रह्मदण्ड | pos=n,comp=y |
| बलात्कृतान् | बलात्कृत | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| वृष्णीन् | वृष्णि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विनष्टान् | विनश् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| व्यथिताः | व्यथ् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अभवन् | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |