महाभारतम् — 16.5.21
Original
Segmented
मत्वा आत्मानम् अपराद्धम् स तस्य जग्राह पादौ शिरसा च आर्त-रूपः आश्वासयत् तम् महात्मा तदानीम् गच्छन्न् ऊर्ध्वम् रोदसी व्याप्य लक्ष्म्या
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मत्वा | मन् | pos=vi |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपराद्धम् | अपराध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जग्राह | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पादौ | पाद | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| आर्त | आर्त | pos=a,comp=y |
| रूपः | रूप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आश्वासयत् | आश्वासय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महात्मा | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तदानीम् | तदानीम् | pos=i |
| गच्छन्न् | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऊर्ध्वम् | ऊर्ध्वम् | pos=i |
| रोदसी | रोदस् | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| व्याप्य | व्याप् | pos=vi |
| लक्ष्म्या | लक्ष्मी | pos=n,g=f,c=3,n=s |